वायु प्रदुषण क्या है इसे कम करने के उपाय - air pollution
आज के इस आर्टिकल के माध्यम से प्रदूषण में सबसे बड़ा प्रदूषण वायु प्रदूषण के बारे में जानने वाले हैं की एयर पोलूशन कैसे होता है किन कारणों से होता है और air pollution को हम कैसे रोक सकते हैं
वायु प्रदुषण - air pollution
आज हम इस सम्पूर्ण आर्टिकल में वायु प्रदुषण के सभी प्रकार व air pollution कैसे होता है किस करना से होता है सभी की जानकारी दी है तो आप इस आर्टिकल को एक बार अंत तक जरुर पढ़े जिससे आपको सही सही जानकारी मिल सके और आप आने वाली सभी प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी कर सके |
वायु प्रदूषण किसे कहते हैं
शुद्ध वायु में कण अथवा गैस के रूप में पदार्थों का मिलना और शुद्ध वायु में अशुद्धि का आ जाना वायु प्रदूषण (air pollution) कहलाता हैवह प्रदूषिक जो प्रदूषण के लिए जिम्मेदार होते हैं उन्हें प्रदूषक कहते हैं
वायु प्रदूषण के कारण
वैसे तो संसार में ऐसे कई कारण हैं जिससे विश्व में प्रदूषण की मात्रा बढ़ती रहती है इसी तरह वायु प्रदूषण में ऐसे कई सारे कारण हैं जिस से लगातार air pollution का खतरा बना रहता है1. वाहनों या साधनों का बढ़ना
जैसा कि हम सभी जानते हैं आज के इस नए दौर में हर किसी व्यक्ति के पास अपना खुद का वाहन होता है और उसी वाहन से लगातार दिन प्रतिदिन कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य कई सारी गैस निकलती रहती है जो हमारे वातावरण में मिलती रहती है जिसकी वजह से लगातार वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी होती रही है2. पटाखों का जलाना
एक बात हम सभी को पता है कि जब भी दिवाली आती है दिल्ली के अंदर यह बात देखने को मिलती है कि चारों और दुआ ही दुआ हो गया है यह इसी का कारण है कि पटाखे जलाने से वायु में प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है जिससे चार और धुँआ ही धुँआ हमे दिखाई देता हैतो इस बात से हम समझ सकते हैं कि पटाखों के जलाने से भी वायु प्रदूषण होता है इसी कारण भारत सरकार के द्वारा दिल्ली में और ऐसे कई राज्य हैं जहां पर दिवाली या अन्य त्योहार पर पर पटाखे चलाने पर रोक लगा दी गई है
3. उद्योगों के द्वारा निकलने वाले धुएं से
आज की इस बढ़ती जनसंख्या में उद्योगों ने भी काफी बढ़ोतरी की है और उन्हीं उद्योगों की वजह से वातावरण में वायु प्रदूषण की भी बढ़ोतरी हुई है हम सभी जानते हैं कि उद्योगों से निकलने वाला धुँआ कितनी सारी गैसों को लेकर निकलता है साथी उद्योगों से निकलने वाला अपशिष्ट नदी तालाबों में मिलने के बाद जल प्रदूषण को भी बढ़ावा देता है4. जीवाश्म और लकड़ी के ईंधन को जलाने से
आज हम सभी लोग वाहनों का प्रयोग करते हैं जिसमें हम पेट्रोल या डीजल या सीएनजी का उपयोग करते हैं जिसके जलने से वातावरण में कई सारी कैसे निकलती है और उन्हें गैसों की वजह से लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा हैआज के इस वर्तमान में सभी लोगों की गैस की सुविधा नहीं है तो कई लोग आज भी लकड़ी का उपयोग केंद्र के रूप में करते हैं जिसे खाना बनाने में पानी गर्म करने में और अन्य ऐसे कई कार्य करने में जिसकी वजह से भी कई जैसे वातावरण में प्रवेश करती हैं और एयर पोलूशन को बढ़ावा देती है
वायु प्रदूषण के प्रकार
एयर पोलूशन को 2 प्रकार में बांटा गया है1. गैसीय
2. कणों के रूप में
1. गैसीय प्रदूषक
यह प्रदूषक गैसीयअवस्था में पाए जाते हैं जिसके कारण इसे कैसे प्रदूषित करते हैं और इन को दो भागों में बांटा जाता हैA. प्राथमिक प्रदूषक
B. द्वितीयक प्रदूषक
A. प्राथमिक प्रदूषक
वह प्रदूषक जो गैसीय अवस्था में से सीधे ही पर्यावरण को प्रभावित करते हैं उन्हें प्राथमिक प्रदूषक कहते हैंप्राथमिक प्रदूषक के उदाहरण - कार्बन डाई ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, अमोनिया, क्लोरोफ्लोरोकार्बन
B. द्वितीयक प्रदूषक
दो प्राथमिक प्रदूषक आपस में अभिक्रिया करके नया प्रदूषक का निर्माण करते हैं उन्हें द्वितीयक प्रदूषक कहते हैंद्वितीयक प्रदूषक के उदाहरण - धरातल की ओजोन एवं धुँआ
2. कणों के रूप में
यह प्रदूषक सूक्ष्म मकानों के रूप में होते हैं जिनकी Size Pm में होती हैकार्बन डाइऑक्साइड
- > कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग सर्वाधिक आग बुझाने के लिए किया जाता है
- > कार्बन डाइऑक्साइड वायु से भारी होती है
- > विश्व में किस गैस की मात्रा 0.03 प्रतिशत है
- > यह गैस पेड़ पौधों में होने वाली प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में भाग लेती है इसीलिए कार्बन डाइऑक्साइड पेड़ पौधों के लिए अत्यंत आवश्यक है
- > किस गैस की वजह से ग्लोबल वार्मिंग भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है यानी कि यही गैस वैश्विक ताप की वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं
सल्फर डाइऑक्साइड
- > इस गैस यानी सल्फर डाइऑक्साइड का निर्माण इंजन के पूर्ण रूप से ना जलने से होता है यानी कि अगर पूरी तरीके से नहीं जलता है तो सल्फर डाइऑक्साइड का निर्माण होता है
- > इस गैस का निर्माण कुछ हद तक ज्वालामुखी से भी होता है
- > सल्फर डाइऑक्साइड अम्लीय वर्षा के लिए भी जिम्मेदार हैं
- > इस गैस से आंख नाक व गले में खुजली एवं जलन होती है
कार्बन मोनोऑक्साइड
> यह के सिगरेट के धुए में पाई जाती है
> यह गैस कुछ हद तक इनकी जलने से भी निकलती है
> सर्दियों में घरों के अंदर चलने वाले हीटर से भी कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है
> कार्बन मोनोऑक्साइड गैस ऑक्सीजन की मात्रा को कम करती है जिसकी वजह से किसी व्यक्ति की दम घुटने से जान भी जा सकती हैं
नाइट्रोजन ऑक्साइड
- > इस गैस का सबसे बड़ा स्त्रोत है वाहनों से निकलने वाला धुँआ
- > फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुँआ में नाइट्रोजन ऑक्साइड गैस पाई जाती है
- > ईंधन के जलने से भी नाइट्रोजन ऑक्साइड गैस बनती है
- > यह गैर धुआं सा का निर्माण करती है
- > यदि अगर वातावरण में नाइट्रोजन ऑक्साइड गैस की मात्रा में वृद्धि होती है तो पेड़ पौधों और वनस्पतियों की वृद्धि दर में कमी आती है
- > इसी गैस के कारण घर के बाहर या खुले में पड़ी वस्तुओं का रंग उड़ जाता है या फिका पड़ जाता है
अमोनिया
अमोनिया का निर्माण जीवाश्म से तथा ईंधन के जलने से होता हैअमोनिया गैस फेफड़ों के लिए एक प्रदूषक का कार्य करती है
CFC - chlorofluorocarbon
यह गैस फ्रिज एसी एवं वस्तुओं को ठंडा रखने में प्रयुक्त की जाती है- > सीएफसी से global warming होती है इसी गैस के कारण ओजोन परत में दिन-प्रतिदिन छेद होता जा रहा है